कुछ दिल्ली के रंग अब धुंधले हो चले हैं
कुछ यादें हम पीछे छोड़ चले हैं
ये यमुना के तीर किसने रेलगाड़ी चलाई
दिल्ली मेट्रो के नाम से हरियाली बेच के खायी
अब सूरज भी मेट्रो ब्रिज के नीचे अस्त होता है
जहाँ हम खेला करते थे अब वहां शोर मचता है
Driving past the Mayur Vihar Phase 1 ;Metro station
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